भारतीय टेक्नॉलॉजी जगत में सफलता की कहानियों की एक लंबी फेहरिस्त है, उसी फेहरिस्त में एक चमकदार नाम है राहुल शर्मा का। माइक्रोमैक्स के सह-संस्थापक और सीईओ के रूप में उन्होंने देश में मोबाइल फोन क्रांति लाने में अहम भूमिका निभाई है. दिल्ली की धरती पर 14 सितंबर 1975 को जन्मे राहुल शर्मा की शिक्षा-दीक्षा भी कम दिलचस्प नहीं रही. जहाँ एक तरफ राष्ट्रसंत तुकादोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय से उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की, वहीं दूसरी तरफ कनाडा के सस्केचेवान विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. मानो इन दोनों क्षेत्रों के ज्ञान का संगम ही उन्हें टेक्नोलॉजी की दुनिया में इतना सफल बना गया हो!
2000 का साल राहुल शर्मा के जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ. यही वो साल था जब उन्होंने अपने दोस्तों राजेश अग्रवाल, विकास जैन और सुमीत अरोड़ा के साथ मिलकर “माइक्रोमैक्स इंफॉर्मेटिक्स” की नींव रखी. शुरुआत में कंपनी ने कम दामों वाले तकनीकी उत्पादों पर ध्यान केंद्रित किया. लेकिन राहुल शर्मा की दूरदृष्टि उन्हें यहीं रुकने नहीं देती थी. साल 2008 में माइक्रोमैक्स ने मोबाइल फोन बाजार में कदम रखा और देखते ही देखते भारत के अग्रणी मोबाइल फोन निर्माताओं में से एक बन गया. सस्ती कीमतों, नई-नई सुविधाओं और दमदार विपणन रणनीति के दम पर माइक्रोमैक्स ने भारतीय बाजार में अपना लोहा मनवा लिया. राहुल शर्मा की इस सफलता को सम्मान भी खूब मिले. 2010 में उन्हें फोर्ब्स इंडिया द्वारा ’40 अंडर 40′ की सूची में शामिल किया गया. वहीं 2013 में उन्हें बिजनेस में उत्कृष्टता के लिए जीक्यू मैन ऑफ द ईयर अवार्ड से भी सम्मानित किया गया. 2014 में फॉर्च्यून पत्रिका की ‘ग्लोबल पावर लिस्ट’ में भी राहुल शर्मा का नाम शामिल होना उनकी मेहनत का ही एक सुखद परिणाम था.
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कहानी सिर्फ यहां तक सीमित नहीं है. राहुल शर्मा की निजी जिंदगी भी उतनी ही दिलचस्प है. साल 2016 में उन्होंने बॉलीवुड अभिनेत्री असिन थोट्टूमकल से शादी की और अब वो एक खुशहाल शादीशुदा जिंदगी भी व्यतीत कर रहे हैं.
माइक्रोमैक्स की स्थापना:
2000 में, राहुल शर्मा ने अपने दोस्तों राजेश अग्रवाल, विकास जैन और सुमीत अरोड़ा के साथ मिलकर माइक्रोमैक्स इंफॉर्मेटिक्स की स्थापना की।
शुरुआत में, कंपनी ने कम कीमत वाले तकनीकी उत्पादों पर ध्यान केंद्रित किया। 2008 में, माइक्रोमैक्स ने मोबाइल फोन बाजार में प्रवेश किया और जल्दी ही भारत में अग्रणी मोबाइल फोन निर्माताओं में से एक बन गया। कंपनी सस्ती कीमतों, नवीन सुविधाओं और मजबूत विपणन रणनीति के लिए जानी जाती थी।
सफलता और पुरस्कार:
2010 में, राहुल शर्मा को फोर्ब्स इंडिया द्वारा ’40 अंडर 40′ सूची में शामिल किया गया था।
2013 में, उन्हें बिजनेस में उत्कृष्टता के लिए जीक्यू मैन ऑफ द ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
2014 में, उन्हें फॉर्च्यून पत्रिका की ‘ग्लोबल पावर लिस्ट’ में शामिल किया गया था।
तो ये है राहुल शर्मा की कहानी, एक ऐसी कहानी जो हमें बताती है कि जुनून, दिमाग और कड़ी मेहनत के बल पर कोई भी इंसान कितनी बड़ी ऊंचाईयां छू सकता है. राहुल शर्मा न सिर्फ खुद एक सफल उद्यमी हैं बल्कि उन युवाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत हैं जो अपने सपनों को साकार करने का जज्बा रखते हैं!