घर में सुख-समृद्धि का वास हो, धन-धान्य से कोठार भरें, यही तो हर किसी की मनोकामना होती है। इसके लिए वास्तु शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं, जिनमें दीपक जलाना एक महत्वपूर्ण रिवाज है। दीपक की रोशनी न केवल उजाला करती है, बल्कि वास्तु के अनुसार, यह शुभ ऊर्जा का संचार भी करती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दीपक जलाने की दिशा का भी उतना ही महत्व है, जितना उसका तेल या बाती का? वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की कुछ खास दिशाओं में दीपक जलाने से माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
आइए जानें उन खास दिशाओं के बारे में:
ईशान कोण: यह ईश्वर और माँ लक्ष्मी का स्थान माना जाता है। इस पवित्र दिशा में शुद्ध घी का दीपक जलाने से ज्ञान, बुद्धि और धन-संपदा की प्राप्ति होती है। साथ ही, ईशान कोण में जलाया गया दीपक आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है और आपके भाग्य को भी बल प्रदान करता है।
दक्षिण-पूर्व दिशा: वास्तु में इसे अग्नि का स्थान माना जाता है। इस दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाने से negativity दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है। दक्षिण-पूर्व दिशा में जलाया गया दीपक आपके स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक माना जाता है।
ब्रह्मस्थान: यह घर का केंद्र होता है। इस पवित्र स्थान पर शुद्ध घी का दीपक जलाने से घर में शांति और सौहार्द का वातावरण बनता है। साथ ही, यह आर्थिक समृद्धि को भी बढ़ावा देता है।
हालाँकि, दीपक जलाने के लिए उपयुक्त दिशाएं बताने के साथ-साथ वास्तु शास्त्र कुछ ऐसी दिशाओं को भी बताता है, जहां दीपक जलाना अशुभ माना जाता है। आइए जानें उन दिशाओं के बारे में भी:
उत्तर-पश्चिम दिशा: वास्तु में इसे राहु का स्थान माना जाता है। इस दिशा में दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है, जिससे घर में क्लेश और परेशानियां आ सकती हैं।
दक्षिण-पश्चिम दिशा: यह पितृों का स्थान माना जाता है। इस दिशा में दीपक जलाने से पितृदोष हो सकता है।
आग्नेय कोण: जैसा कि नाम से पता चलता है, यह अग्नि का स्थान है। इस दिशा में दीपक जलाने से आग लगने का खतरा बढ़ सकता है।
दीपक जलाते समय इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए:
दीपक हमेशा साफ बर्तन में ही जलाएं।
दीपक की बाती सूती होनी चाहिए और तेल शुद्ध घी या सरसों का तेल होना चाहिए।
दीपक को जमीन से थोड़ा ऊपर रखें।
पूजा स्थल या घर के मुख्य द्वार पर दीपक रखना शुभ माना जाता है।
सुबह और शाम के समय दीपक जलाना उत्तम होता है।
दीपक को खुद बुझने दें, उसे फूंक मारकर या हवा से न बुझाएं।
घर में उचित दिशा और विधि से दीपक जलाने से आप न केवल माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि अपने और अपने परिवार के लिए सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी कर सकते हैं। याद रखें, दीपक जलाना ही काफी नहीं है, सकारात्मक विचारों को अपनाना और अच्छे कर्म करना भी उतना महत्वपूर्ण है। तभी वास्तु शास्त्र के इन उपायों का पूरा लाभ प्राप्त हो सकता है। तो देर किस बात की, आज ही शुरू करें अपने घर में ईशान कोण में शुद्ध घी का दीपक जलाना और माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करें!