अनिल अग्रवाल – एक ऐसा नाम जो जगाता है जुनून की ज्वाला और जज्बा जगाने का काम करता है। बिहार की राजधानी पटना के एक मारवाड़ी परिवार में जन्मे अनिल अग्रवाल का सपना बचपन से ही आसमान छूने जैसा था। अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए 19 साल की उमम्र में उन्होंने अपने पिता का आरामदायक व्यापार छोड़ दिया। मुंबई की ओर रुख किया, जहाँ नए अवसरों की तलाश में वो जुट गए।
9 बार फेल, लेकिन हार नहीं मानी
मुंबई की चकाचौंध भरी दुनिया में भी शुरुआत आसान नहीं थी। उस वक्त शायद ही किसी ने सोचा होगा कि ये युवा अनिल अग्रवाल एक दिन औद्योगिक जगत का दिग्गज बनेगा। उन्होंने अपना सफर कबाड़ खरीदने का काम (स्क्रैप डीलर) करने से शुरू किया। यह वह दौर था, जब ज़मीनी हकीकत को समझना और व्यापार की बारीकियों को सीखना उनके लिए बेहद अहम था। 20 से 30 साल की उम्र के बीच कई बार उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा। खुद अनिल अग्रवाल बताते हैं कि वे पूरे 9 बार अपने बिजनेस में असफल हुए। हर बार असफलता उन्हें गहरे गहरे गहरे अवसाद में धकेल देती थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
यही असफलताएं उनकी सफलता की सीढ़ी बनीं। हर असफलता के साथ उन्होंने कुछ नया सीखा और अपने अनुभवों को समेटते हुए आगे बढ़ते रहे। धीरे-धीरे उनकी मेहनत रंग लाई और सफलता की राह पर वो निरंतर आगे बढ़ते गए।
पूरी दुनिया में कर दिया कमाल
आज वही अनिल अग्रवाल वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड ( Vedanta Resources Limited ) के चेयरमैन हैं, जिसकी कुल संपत्ति 1.5 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक है। उनकी कंपनी खनन क्षेत्र ( Mining ) में अग्रणी है और दुनियाभर में फैली हुई है।
उनकी कहानी न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणा स्रोत है । हाल ही में उन्हें इंग्लैंड की प्रतिष्ठित कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बिजनेस स्टूडेंट्स को ‘सपनों का पीछा कैसे करें’ विषय पर संबोधित करने के लिए बुलाया गया था । कैंब्रिज के विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए उन्होंने अपनी असफलताओं और अनुभवों को साझा किया। उन्होंने छात्रों को सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा, (कोई भी सपना पूरा करने के लिए असंभव नहीं है) उनकी यह बात छात्रों के बीच खूब जोश जगा गई ।
सोशल मीडिया पर भी अनिल अग्रवाल काफी सक्रिय हैं । उनके ट्विटर हैंडल पर 1.63 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं । वो अक्सर अपने अनुभवों और मोटिवेशनल पोस्ट साझा करते हैं , जो लोगों को काफी पसंद आते हैं ।
अनिल अग्रवाल उन लोगों के लिए प्रेरणा हैं जो जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं । उनकी कहानी बताती है कि असफलताएं रास्ते का रोड़ा नहीं बल्कि सीढ़ी का एक- एक पायदान होती हैं । निश्चित लक्ष्य , कड़ी मेहनत और हार न मानने की भावना से आप भी अपनी मंजिल तक जरूर पहुंच सकते हैं । आज अनिल अग्रवाल बहुतों के लिए एक प्रेरणा श्रोत हैं |